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उत्तर प्रदेश में शतरंज

उत्तर प्रदेश में शतरंज

krrish118
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नमस्कार मित्रो

जैसा कि आप जानते है कि शतरंज का जन्म सदियों पहले भारतवर्ष में हुआ था।

लेकिन आधुनिक शतरंज के विश्व पटल पे आने के बाद भारत शतरंज में 1988 तक कोई खास नाम नही कमा पाया था और यूरोप और रूस में ही शतरंज को बढ़ावा मिला।लेकिन 1988 में भारत के राज्य तमिलनाडु के चेन्नई शहर के विश्वनाथन आनंद के ग्रैंडमास्टर बन ने के बाद ही भारत मे शतरंज खेलने  का माहौल बना और बाद में विश्वनाथन आनंन्द के वर्ल्ड चैंपियन  बन ने के बाद भारत मे शतरंज बहुत तेजी से लोकप्रिय हुआ। और धीरे धीरे भारत शतरंज की एक महाशक्ति बनने की और अग्रसर है जिसमे दक्षिण भारत के प्लेयर्स का बहुत योगदान है।

भारत को शतरंज की महाशक्ति बनने में उत्तर भारत का योगदान बढ़ाने की जरूरत है ।उत्तर प्रदेश में करीब 28 करोड़ की जनसख्या है लेकिन 1 भी ग्रैंडमास्टर नही है उत्तर प्रदेश के उच्चतम टाइटल प्लेयर IM दिनेश शर्मा है। इसका एक बड़ा कारण उत्तर प्रदेश में फिडे रेटेड टूर्नामेंट कम होना है तो जब AICF के अध्यक्ष  कानपुर के संजय कपूर बन गए है तो हम उम्मीद करते है कि उत्तर प्रदेश में ज्यादा टूर्नामेंट होंगे और जल्दी ही उत्तर प्रदेश को एक ग्रैंडमास्टर मिलेगा।