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एरिगैसी,वैशाली ब्लिट्ज खिताब विजेता!
निहाल, उशेनिना, एरिगैसी, वैशाली।फोटो: लेनार्ट ऊट्स/टाटा स्टील चेस इंडिया।

एरिगैसी,वैशाली ब्लिट्ज खिताब विजेता!

VSaravanan
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जीएम अर्जुन इरिगैसी ने एक राउंड शेष रहते हुए 2022 टाटा स्टील चेस इंडिया ओपन ब्लिट्ज पर कब्जा कर लिया, जबकि आईएम वैशाली रमेशबाबू ने पहले दिन की लीडर जीएम मारिया मुज़िचुक के साथ  बराबरी की और फिर 2022 टाटा स्टील चेस इंडिया महिला ब्लिट्ज जीतने के लिए अंतिम दौर में उन्हें पछाड़ दिया। 

जीएम हिकारू नाकामुरा और एरिगैसी के बीच ओपन सेक्शन में खिताब के लिए लड़ाई अंतिम दौर में उनके व्यक्तिगत मुकाबले में तय हो गई थी, जब एरिगैसी ने एक तनावपूर्ण गेम जीता और एक राउंड शेष रहते हुए विजेता बनकर उभरे। उन्होंने 18 राउंड में कुल 12.5 अंक हासिल किए। नाकामुरा 11.5 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहे जबकि जीएम शखरियार मामेदयारोव 9.5 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।

महिला वर्ग में, वैशाली ने 15वें राउंड में मुज़िचुक का पीछा करने और फिर बराबरी करने के बाद खिताब जीता, जो अपने अंतिम दो गेम हार गई थी। वैशाली ने 18 गेम्स में कुल 13.5 अंक हासिल किए, मुजिचुक 12 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रही, जबकि जीएम हरिका द्रोणावल्ली 11 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रही।

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ओपन सेक्शन

ब्लिट्ज विशेषज्ञ नाकामुरा ने पूरे दूसरे दिन स्टैंडिंग में इरिगैसी का लगातार पीछा किया, ज्यादातर समय वह सिर्फ आधे अंक से पीछे थे। शीर्ष स्थान की दौड़ ने अंतिम दिन दर्शकों से भरे ऑडिटोरियम में मौजूद लोगो को प्रसन्न किया: 

दर्शकों से खचाखच भरा ऑडिटोरियम अंतिम दिन शीर्ष स्थान के लिए हो रहे संघर्ष से खुश था। उन्होंने आते ही प्रत्येक खिलाड़ी की सराहना की और हर राउंड के अंत में जोर से ताली बजाई। फोटो: लेनार्ट ऊट्स/टाटा स्टील चेस इंडिया।

नौ मैचों में पांच अंकों के साथ दिन की शुरुआत करते हुए और 6.5 अंकों के साथ इरिगैसी का पीछा करते हुए, नाकामुरा ने अपने पहले पांच मैचों में 4.5 अंकों को बड़ी तेजी से हासिल किया। जीएम नोदिरबेक अब्दुस्सत्तोरोव के खिलाफ उनकी जीत एक विशिष्ट नाकामुरा स्टाइल मे थी, हालांकि गेम एक आदर्श खेल से दूर था:

14वें राउंड के बाद नाकामुरा 9.5 अंक पर पहुंच गए। इरिगैसी 10 अंकों के साथ शीर्ष पर रहे क्योंकि उन्होंने भी कई गेम्स में जीत हासिल की थी:

इरिगैसी का भाग्य ने साथ दिया था जब मामेदयारोव ने 15वें दौर के एक महत्वपूर्ण मुकाबले में अपना रूक ब्लंडर कर दिया:

लेकिन यह जीएम परम मघसूदलू थे जिन्होंने ,नाकामुरा और इरिगैसी को लगातार गेम्स में हरा कर, लोगों की तालियां बटोरी:

मघसूदलू: दो घोड़ों की दौड़ में बाधा डालते हुए। फोटो: लेनार्ट ऊट्स/टाटा स्टील चेस इंडिया।

इस प्रकार, जब 17वें राउंड में इरिगैसी और नाकामुरा ने एक दूसरे के साथ मैच खेला, तो वे क्रमशः 11 और 10.5 अंक पर थे। गेम एक क्लिफहैंगर था जो नाटक और रोमांच से भरा हुआ था:

इस प्रकार पहला स्थान एरिगैसी के नाम किया गया, जिन्होंने ब्लिट्ज इवेंट को एक राउंड शेष रहते जीत लिया।

गेम हारने के बाद नाकामुरा अपने अविश्वास की भावना को छिपा नहीं सके। फोटो: लेनार्ट ऊट्स/टाटा स्टील चेस इंडिया।

हमारा गेम ऑफ द डे जीएम विदित संतोष गुजराती द्वारा खेला गया जिसका विश्लेषण जीएम देजन बोजकोव ने किया:

सभी गेम्स - ओपन ब्लिट्ज - दूसरा दिन
स्टैंडिंग

 

महिला सेक्शन

मुज़िचुक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया की, "ब्लिट्ज में अच्छा खेलने के लिए, अभ्यास की जरूरत होती है, किसी का दिमाग थोड़े समय में कितना अच्छा काम करता है ... और कभी-कभी यह अच्छा काम करता है, और कभी-कभी यह अच्छा काम नहीं करता है। सभी को इसके लिए तैयार रहना चाहिए... कल का दिन बहुत अच्छा था। आज के लिए, आप देख सकते हैं (यह अच्छा नहीं गया)।" उन्होंने ब्लिट्ज के दूसरे दिन के दौरान मुख्य रूप से थकान को अपने नुकसान का कारण बताया।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में आराम की मुद्रा में वैशाली, मारिया मुज़ीचुक और हरिका। फोटो: लेनार्ट ऊट्स/टाटा स्टील चेस इंडिया।

उनकी थकान तब दिखाई देने लगी जब वह 12वें दौर में जीएम हम्पी कोनेरू के साथ एक तेज़ मुठभेड़ में हार गई, कोनेरू ने लगभग परफेक्ट गेम खेला:

आईएम ओलिविया किओलबासा के खिलाफ एक और दुखद क्षण आया जब उन्होंने समय कम होने के कारण गलती की और अपना रूक गवा दिया:

किओलबासा: एक मुफ़्त रूक प्राप्त करती हैं। फोटो: लेनार्ट ऊट्स/टाटा स्टील चेस इंडिया।

मुज़िचुक ने एक और हैवीवेट, जीएम अन्ना उशेनिना पर एक शानदार जीत के साथ खेलने की अपनी विशिष्ट न्यूनतर शैली की झलक दिखाई:

लेकिन उनको अंत में दो हारों का सामना करना पड़ा, जीएम हरिका द्रोणावल्ली और जीएम नाना डेजग्निडेज़ के हाथों, जिसके कारण प्रभावी रूप से उन्होंने वैशाली को खिताब सौंप दिया।

वैशाली के गेम्स में कठिन परिस्थितियों से भरे कई संघर्ष शामिल थे, और टूर्नामेंट का उनका निर्णायक खेल कोनेरू के खिलाफ था। हालांकि गेम बिल्कुल परफेक्ट नहीं है, पर यह काउंटरपंचिंग से भरा का एक विशिष्ट ब्लिट्ज गेम जरूर है:

ब्लिट्ज के पहले दिन की तरह ही, वैशाली ने कई स्थिर गेम खेले जो देखने में आकर्षक थे:

महिला वर्ग की सभी खिलाड़ी, शतरंज की थीम के साथ डिज़ाइन की गई पारंपरिक भारतीय साड़ी में सजी-धजी हैं: कोनेरू, उशेनिना, वैशाली, डज़ाग्निडेज़, हरिका, मारिया मुज़िचुक, सविता, अन्ना मुज़िचुक, किओलबासा और कुलकर्णी। फोटो: लेनार्ट ऊट्स/टाटा स्टील चेस इंडिया।

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स्टैंडिंग

2022 टाटा स्टील चेस इंडिया ब्लिट्ज और महिला ब्लिट्ज भारत की दो सबसे प्रतिष्ठित ब्लिट्ज शतरंज प्रतियोगिताएं हैं। खिलाड़ी 3+2 टाइम कंट्रोल के साथ ब्लिट्ज गेम में 10-खिलाड़ियों के राउंड-रॉबिन टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा करते हैं। प्रत्येक इवेंट के लिए पुरस्कार राशि $ 17,500 है।


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